नागरिक प्रमाणिक सिस्टम - वोटर आई.डी. राय इन्टरनेट प्रमाण

नागरिक स्वयं पता लगा सकते हैं कि सच क्या है

होम पेज

नागरिकों के कर्तव्य और अधिकार --- कैसे आम नागरिक देश में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते

हर नागरिक के 7 कर्तव्य हैं और अधिकार भी -

(1) जनसेवकों से `स्पष्ट मांग` करना |

(2) देश के ज्वलंत समस्याओं के लिए समाधान-ड्राफ्ट पर चर्चा करके उन समस्याओं को सुलझाने के लिए सर्वश्रेष्ट समाधान-ड्राफ्ट निश्चित करना

(3) समाधान-ड्राफ्ट को एक प्रामाणिक, किसी भी नागरिक द्वारा जांचे जा सकने वाले तरीके से माँगना और मांग के समर्थकों का प्रमाण एस.एम.एस.-आदेश द्वारा इकठ्ठा करना

(4) भेजे गए `जनसेवक को एस.एम.एस.-आदेशों` के प्रमाण को जनता को इंटरनेट, पर्चों, मीटिंग आदि द्वारा बताना

(5) केवल उस उम्मीदवार को वोट करना जो जनहित के प्रक्रिया-ड्राफ्ट का बढ़ावा और प्रचार करता हो | और यदि कोई भी उम्मीदवार जनहित के ड्राफ्ट का बढ़ावा नहीं कर रहा, तो `कोई नहीं` (नोटा) का विकल्प (बट्टन) चुनना |

(6) नागरिकों को अपने सांसदों/विधायकों को एस.एम.एस.-आदेश भेजने चाहिए कि वे उनके प्रिय नेता को संसद / विधानसभा में एक प्रस्ताव तुरंत प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री बनवाएं |

(7) नागरिकों को अपने क्षेत्र के सभी उम्मीदवारों के बारे में सही जानकारी ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को बतानी चाहिए ताकि नागरिक अपने उम्मीदवार को अच्छे से चुनें |

आईये आम-नागरिक के इन कर्तव्यों और अधिकारों को और विस्तार से देखते हैं |

(1) जनसेवकों से `स्पष्ट मांग` करना -

बिना स्पष्ट मांगों के विरोध-प्रदर्शन करना व्यर्थ है | यदि सरकारी कर्मचारियों को विस्तृत निर्देश (या ड्राफ्ट) नहीं दिए गए और यदि कोई ऐसा तरीका नहीं बताया गया, जिससे आम-नागरिक सरकारी कर्मचारियों को प्रस्तावित प्रक्रिया का दुरुपयोग करने से रोक सकें, तो फिर ऐसी बिना स्पष्ट मांग के विरोध-प्रदर्शन करने का उल्टा असर पड़ेगा | कैसे ? नेता चुनाव जीतने के बाद, ऐसा कानून नहीं बनाएगा जो आपके मन में था, लेकिन एक कमियों वाला कानून बनाएगा और कहेगा कि ये कानून जनता की मांग के कारण लाया गया है |

उदाहरण, यदि आपने मांग की थी- "मजबूत भ्रष्टाचार विरोधी कानून लाओ" पर उसका ड्राफ्ट आपने नहीं दिया, तब नेता ऐसा कमियों वाला कानून बना सकते हैं, जो धनी या प्रभावशाली अपराधियों को आपस में सांठ-गाँठ बना कर सजा से बचने का अवसर दे | और आम-नागरिक इस कमियों वाले कानून के दुरुपयोग को रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकते हैं |

इसलिए, हर एक सच्चे कार्यकर्ता या देशभक्त को अपने सुझावों के लिए ड्राफ्ट देना चाहिए और अपने नेता को ये अनुरोध करना चाहिए कि ये ड्राफ्ट अपने वेबसाइट या घोषणा-पत्र पर डाले, ताकि विभिन्न सरकारी कर्मचारी उसका सही से पालन कर सकें |

जब नेता आपके पास वोट मांगने आये तो हमें उससे बोलना चाहिए कि `हम तुम्हें वोट देंगे जब तुम अपने घोषणा-पत्र, वेबसाइट आदि द्वारा अच्छे समाधान-ड्राफ्ट का प्रचार करोगे |` केवल वायदे पर्याप्त नहीं हैं क्यूंकि कोई गारंटी नहीं कि सत्ता में आने के बाद नेता अपने वायदे पूरे करेगा |

(2) देश के ज्वलंत समस्याओं के लिए समाधान-ड्राफ्ट पर चर्चा करके उन समस्याओं को सुलझाने  के लिए सर्वश्रेष्ट समाधान-ड्राफ्ट निश्चित करना -

नागरिकों को चर्चा करके ये निर्णय करना चाहिए कि देश के ज्वलंत समस्याओं के लिए कौन से समाधान-ड्राफ्ट की आवश्यकता है | उनको विस्तार से चर्चा करके निर्णय करना चाहिए कि कौन से प्रक्रियाओं से आम-नागरिक शशक्त होंगे |

(3) समाधान-ड्राफ्ट को एक प्रामाणिक, किसी भी नागरिक द्वारा जांचे जा सकने वाले तरीके से माँगना और मांग के समर्थकों का प्रमाण एस.एम.एस.-आदेश द्वारा इकठ्ठा करना -

जनसेवक आम-नागरिकों का मन नहीं पढ़ सकते |

इसीलिए, जब नागरिक ये निर्णय कर लेते हैं कि कौनसे जनहित समाधान-ड्राफ्ट की आवश्यकता है, तो उन्हें अपने सांसद से एस.एम.एस.-आदेश मांग करनी चाहिए कि वो तुरंत उस समाधान-ड्राफ्ट को अगले राजपत्र में छपवाए और सांसद ये भी मांग करनी चाहिए कि सांसद अपने पब्लिक मोबाइल को अपनी वेबसाइट से जोड़े ताकि सभी प्राप्त एस.एम.एस. अपने आप वेबसाइट पर प्रकाशित हों, नागरिकों के वोटर आई.डी. के साथ, ताकि सभी देख सकें प्रामाणिक रूप में | एस.एम.एस.-आदेश द्वारा मांग करना, मांग करने का सबसे प्रभाशाली तरीका है क्यूंकि नागरिकों के एस.एम.एस.-आदेश  और वोटर आई.डी. का एक रिकोर्ड बन जाता है, जिसको कोई भी दूसरा नागरिक जांच सकता है | दूसरे मांग करने के तरीके जैसे अनशन, धरना, चिट्ठी लिखना, जनहित याचिका, आदि में मांग की कोई भी रिकोर्ड नहीं बनती है |

यदि मांग किया ड्राफ्ट लंबा है, तो नागरिक को पहले उस ड्राफ्ट को इंटरनेट पर अपलोड करना चाहिए या उसे पत्र आदि द्वारा सांसद को भेजना चाहिए और उसके लिंक या फ़ाइल नंबर को एस.एम.एस. में लिखना चाहिए |

नागरिकों को अपने प्रिय नेताओं को भी ऐसा करने के लिए कहना चाहिए |

(4) भेजे गए `जनसेवक  को एस.एम.एस.-आदेशों` के प्रमाण को जनता को इंटरनेट, पर्चों, मीटिंग आदि द्वारा बताना -

नागरिकों को भेजे गए एस.एम.एस.-आदेशों के प्रमाण को दूसरे नागरिकों को दिखाना चाहिए फेसबुक नोट, ब्लॉग, मीटिंग, पर्चों, टी.सी.पी.-डेमो साईट आदि द्वारा ताकि दूसरे नागरिक को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिले |

(5) केवल उस उम्मीदवार को वोट करना जो जनहित के प्रक्रिया-ड्राफ्ट का बढ़ावा और प्रचार करता हो | और यदि कोई भी उम्मीदवार जनहित के ड्राफ्ट का बढ़ावा नहीं कर रहा, तो `कोई नहीं` (नोटा) का विकल्प (बट्टन) चुनना -

नागरिकों को सबसे अच्छे उम्मीदवार को वोट करना चाहिए, जो जनहित प्रक्रिया-ड्राफ्ट को बढ़ावा करे, अपने घोषणा-पत्र, वेबसाइट पर ड्राफ्ट डालकर या पर्चे बांटने आदि द्वारा ड्राफ्ट का बढ़ावा करे | यदि कोई भी उम्मीदवार जनहित प्रक्रिया-ड्राफ्ट का बढ़ावा नहीं करता, तो चुनाव में कृपया `इनमें से कोई भी नहीं` (नोटा) का विकल्प चुनें | इसके अलावा, अपने सांसद या चुनाव-आयोग को ये भी आदेश करें कि नोटा के वोट वैद्य किये जायें |

(6) नागरिकों को अपने सांसदों/विधायकों को एस.एम.एस.-आदेश भेजने चाहिए कि वे उनके प्रिय नेता को संसद / विधानसभा में एक प्रस्ताव तुरंत प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री बनवाएं -

नागरिक अपने प्रिय व्यक्ति को सीधे प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री नहीं चुन सकता | और कोई गारंटी नहीं है कि चुने हुए सांसद या विधायक नागरिक के प्रिय व्यक्ति को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री चुनेंगे | इसीलिए, नागरिकों को अपने जनसेवकों को एस.एम.एस.-आदेश भेजना चाहिए कि उनके प्रिय नेता को संसद/विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित करके तुरंत प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री बनाया जाये | और जनसेवक उस प्रस्ताव पर अपनी `हाँ` दर्ज करे | यदि पर्याप्त मात्र में नागरिक ऐसा एस.एम.एस. भेजते हैं, तो फिर उनके प्रिय नेता प्रधानमंत्री / मुख्यमंत्री बन जायेंगे |

इस तरह, आपको अपने प्रिय नेता को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपने क्षेत्र से बुरे उम्मीदवारों को चुनने की कोई जरुरत नहीं पड़ेगी |

(7) नागरिकों को अपने क्षेत्र के सभी उम्मीदवारों के बारे में सही जानकारी ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को बतानी चाहिए ताकि नागरिक अपने उम्मीदवार को अच्छे से चुनें -

क्यूंकि बिकाऊ मीडिया क्षेत्र के सभी उम्मीदवारों के बारे में नागरिकों को नहीं बताई, इसीलिए नागरिकों को स्वयं ही दूसरे नागरिकों को टी.सी.पी., विज्ञापन, पर्चों आदि द्वारा अपने क्षेत्र के सभी उम्मीदवारों के बारे में बताना चाहिए कि वे उम्मीदवार कौन से जनहित के ड्राफ्ट को बढ़ावा कर रहे हैं | इस तरह, नागरिक अपने उम्मीदवारों और मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को समझदारी से चुनेंगे | कृपया कुछ प्रस्तावित जनहित के प्रक्रिया-ड्राफ्ट
www.prajaadhinbharat.wordpress.com में देखें |

होम पेज पर वापस जायें

पेज के सबसे ऊपर जाने के लिए क्लिक करें

होम पेज पर वापस जायें

पेज के सबसे ऊपर जाने के लिए क्लिक करें


अस्वीकरण (नोट) – ये साईट केवल प्रस्तावित एस.एम.एस. सहित पारदर्शी शिकायत-प्रस्ताव प्रणाली (=टी.सी.पी.=ट्रांसपेरंट कम्प्लेंट प्रोसीजर) की मांग को बढ़ावा करने के लिए है ; लिंक - चैप्टर 1, www.prajaadhinbharat.wordpress.com) | एस.एम.एस.-अभियान   तरीके द्वारा परिणाम मिलेंगे या नहीं, ये कई तत्वों पर निर्भर करेगा | जो व्यक्ति सांसद आदि जनसेवक के हेतु कोड-एस.एम.एस. साईट के पब्लिक नंबर को भेज रहे हैं, उनको अच्छी तरह पता है कि उनके नाम, वोटर आई.डी., उनके राज्य, जिले और विधानसभा क्षेत्र के साथ, उनका एस.एम.एस. इस साईट पर दिखाया जायेगा |

इस साईट का कोई भी काम या लेख सामग्री पर किसी प्रकार की कोई कॉपी-राईट नहीं है लेकिन इस पर कॉपी-लेफ्ट है (ताकि दूसरे इसपर कॉपी-राईट नहीं कर सकें ) और कोई भी इस साईट पर किसी भी लेख-सामग्री को स्वतंत्र रूप से कॉपी कर सकता है, परिवर्तित कर सकता है या वितरण कर सकता है |