B. इस साईट को, सांसद के लिए एस.एम.एस-आदेश कोड भेजने की प्रक्रिया (साईट पर रजिस्टर होने के बाद)
इस साईट को, सांसद के लिए एस.एम.एस-आदेश कोड भेजने के लिए 4 स्टेप (कदम) -
1. मोबाइल के एक्टिवेशन के लिए (चालू करने के लिए) एस.एम.एस. भेजना
2. मतदाता अपने एक्टिवेट मोबाइल फोन से पंजीकृत एस.एम.एस. कोड भेज सकते हैं
3. ई-मेल, वाट्स-अप, डाक-पत्र या अपने भरोसेमंद व्यक्ति द्वारा इस साईट पर वोटर नंबर / मोबाइल पंजीकरण के लिए विनती भेजना
4. स्वयंसेवक (वालंटियर) द्वारा भेजे गए दस्तावेजों की जाँच और मोबाइल और वोटर आई.डी का पंजीकरण (रजिस्ट्री)
1. मोबाइल के एक्टिवेशन के लिए (चालू करने के लिए) एस.एम.एस. भेजना –
इस साईट को कोई पंजीकृत एस.एम.एस. भेजने के लिए, जो हमारे लिंक पर आएगी - mh.url/showcodes.php, किसी मतदाता को पहले हमारे साथ अपना पहचान पत्र और मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होगा, अपने मोबाइल से 09693938833 पर वोटर आई.डी. (पहचान पत्र संख्या) वाला एक्टिवेशन-एस.एम.एस भेज कर |
कृपया +919693938833 पर,
*आपका-वोटर-आई.डी.-नंबर*
फोर्मैट में एक्टिवेशन-एस.एम.एस. भेजें |
(यदि इसे शब्दों में कहा जाये,तो एक्टिवेशन-एस.एम.एस. का फोर्मैट होना चाहिए कि पहले आप * टाइप करें और उसके तुरंत बाद आप अपना वोटर आ.डी. नंबर डालें और उसके तुरंत बाद * टाइप करें |
और 09693938833 को इस फॉर्मेट में एस.एम.एस. भेज दें |
नोट- * का मतलब विशेष चिन्ह `स्टार` या `तारा` है )
नोट - आपका वोटर आई.डी वोटर सूची में होना चाहिए |
ये जानने के लिए कि आपका वोटर आई.डी वोटर सूची में है कि नहीं, आप electoralsearch.in में देख सकते हैं या
राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेश अनुसार लिंक की एक सूची देख सकते हैं -
mh.url/find-assembly-name.php
उदाहरण -
*arp1234567*
जहाँ arp1234567 एक सैम्पल वोटर आई.डी. संख्या है (असली नहीं है - केवल एक उदहारण है ) |
2. मतदाता अपने एक्टिवेट मोबाइल फोन से पंजीकृत एस.एम.एस. कोड भेज सकते हैं –
पिछले स्टेप में बताये गए फोर्मैट में जिस मोबाइल से मतदाता ने एस.एम.एस भेजा था, उस मोबाइल से मतदाता साईट पर किसी पंजिकित मुद्दे को समर्थन या विरोध करने के लिए भी +919693938833 को कोड-एस.एम.एस भेज सकते हैं | एक एस.एम.एस में केवल एक पंजीकृत कोड होगा |
मतदाता अपने भेजे हुए रजिस्टर एस.एम.एस. की स्थिति, अपना मोबाइल नंबर डाल कर, इस लिंक से पता लगा सकता है - mh.url/checkdetails.php
मतदाता अपने सांसद को भी एक दो लाइन का एस.एम.एस. भेज सकता है जिसमें मतदाता अपना नाम, पहचान पत्र संख्या या लोकसभा चुनाव क्षेत्र बताएगा और सांसद से मांग करेगा कि सांसद अपनी वेबसाइट को अपने पब्लिक मोबाइल के साथ जोड़े ताकि सांसद के पब्लिक मोबाइल पर जनता के आना वाले मेसेज अपने आप वेबसाइट पर नागरिक के वोटर आई.डी. नंबर के साथ प्रकाशित हो जायें और सभी नागरिक जनता की राय को पारदर्शी और प्रामाणिक रूप से देख सकें |
नागरिक दूसरे नागरिकों और अपने प्रिय नेताओं को भी अपने सांसद को भेजे गए एस.एम.एस-आदेश की सूचना दे सकते हैं अपने फेसबुक वाल नोट, इंटनेट, पर्चों, मीटिंग द्वारा ताकि दूसरे नागरिक या उनके प्रिय नेता भी ऐसा करने के लिए प्रेरित हों |
3. ई-मेल, वाट्स-अप, डाक-पत्र या अपने भरोसेमंद व्यक्ति द्वारा इस साईट पर वोटर नंबर / मोबाइल पंजीकरण के लिए विनती भेजना –
मोबाइल-एक्टिवेशन एस.एम.एस भेजने के बाद, नागरिकों को इस साईट mh.url पर उनके वोटर नंबर और मोबाइल के पंजीकरण के लिए विनती भेजनी चाहिए नीचे बताये गए तरीकों में से एक द्वारा
(वीडियो में आपका नाम, मोबाइल नंबर, विधानसभा और पता, जो आपके वैध वोटर आई.डी. में लिखा हुआ हो, इनको बताएं और ये भी बोलें कि आप पार्टी की इस वेबसाईट mh.url पर पंजीकृत होना चाहते हैं | और वीडियो में अपना वोटर आई.डी. इस प्रकार दिखाएँ ताकि उसपर लिखावट स्पष्ट रूप से पढ़ी जा सके | ये भी वीडियो में बोलें कि अपने पंजीकृत मोबाइल द्वारा भेजे गए किसी पंजीकृत विषय के लिए भेजे गए कोड-एस.एम.एस राय वेबसाईट sms.brvp.org को सार्वजानिक आपके वोटर नंबर के साथ दिखाने में आपको किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं है |)
4. स्वयंसेवक (वालंटियर) द्वारा भेजे गए दस्तावेजों की जाँच और मोबाइल और वोटर आई.डी का पंजीकरण (रजिस्ट्री) –
हमारे स्वयंसेवक मतदाता की जानकारी जांच कर मतदाता के पहचान पत्र और मोबाइल को रजिस्टर करेंगे |
मतदाता अपने भेजे हुए रजिस्टर एस.एम.एस. की स्थिति, अपना मोबाइल नंबर डाल कर, इस लिंक से पता लगा सकता है -
mh.url/checkdetails.php
एक बार मोबाइल और वोटर आई.डी. का पंजीकरण हो जाता है, तो भेजे गए कोड एस.एम.एस.-राय पंजीकृत पेज पर आ जायेंगे - mh.url/showcodes.php
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C. क्यूँ जरुरी है कि नागरिक अपने सांसदों को एस.एम.एस-आदेश भेजें --- दूसरे प्रचार तरीके अपर्याप्त हैं कोई भी सबूत देने के लिए कि जनसेवकों से जनता की मांग क्या है
देश केन्द्रीय, राज्य राजपत्र (सरकारी मैगज़ीन) में क्या नोटिस छपा है, उसके अनुसार चलता है | नेताओं के भाषणों और नारों से देश की व्यवस्था नहीं चलती | भारतीय राजपत्र में विस्तृत जानकारी होती है कि किस अफसर को क्या कार्य करना है |
उदाहरण – 8 नवंबर 2016 को 500, 1000 रुपये के पुराने नोट बंद हुए तो केवल प्रधानमंत्री ने बोला तो नोट बंद हुए, ऐसा नहीं है | पुराने नोट बंद इसीलिए हुए क्योंकि प्रधानमंत्री ने भारतीय राजपत्र में ये आदेश छपवाया था |
राजपत्र में जो लिखा जाता है, तो वो लागू हो जाता है | अब आपको उसको बदलना है, तो फिर नया मैटर उसमें डालना होगा. इसलिए राजपत्र मुख्य चीज है |
तो नागरिकों को, कार्यकर्ताओं को, पार्टियों को पहली चीज ये बतानी चाहिए कि राजपत्र में क्या होता है और क्या नहीं होना चाहिए. कार्यकर्ताओं, नागरिकों को अपने प्रिय नेताओं और चुनावी उम्मीदवारों को कहना चाहिए कि चुनाव पूर्व अपने वेबसाईट, ट्विट्टर आदि द्वारा वे ड्राफ्ट मांग करें जो वे राजपत्र में छपवाना चाहते हैं
आप सबसे अच्छे विकल्प को वोट या समर्थन करें लेकिन आपके, आपके परिवार - देश की भलाई के लिए अच्छे प्रक्रिया-ड्राफ्ट का बढ़ावा करें
सांसद हम मतदाताओं को गिन सकता है - सुन नहीं सकता --- समाधान = सांसद से एस.एम .एस. / ट्विटर द्वारा पब्लिक एस.एम .एस. सर्वर की मांग
हम आम लोगों को सिर्फ गिना जा सकता है ना कि सुना अर्थात सांसद 100 मुद्दों पे हमारी गिनती कर सकता है पर हम लोगों में से 1% को भी सुन नहीं सकता! हम इसे समझाते हैं |
मान लीजिये कि हर एक मतदाता चाहता है सांसद उसे 5 मिनट के लिए सुने, अब सांसद के पास 17 लाख मतदाता हैं और अगर 25% भी 5 मिनट के लिए बोलेंगे तो ये 17 लाख*25/100*5 मिनट्स = लगभग 21 लाख मिनट्स होते हैं और अगर सांसद दिन के 10 घंटे भी सुनना शुरू करता है तो उसे 8 से 9 साल लग जायेंगे !!! दूसरे शब्दों में, एक सांसद के लिए हर एक को सुनना या हर एक पत्र पढ़ना या एस.एम.एस. पढ़ना भौतिक रूप से असंभव है और ये प्रधानमंत्री के लिए भी असंभव है ! एक कॉर्पोरटर (पार्षद) जिसके पास एक लाख मतदाता हैं और एक विधायक जिसके पास 3 लाख मतदाता हैं, वे भी सभी मतदाताओं जो उनके अंतर्गत आते है, को नहीं सुन सकते |
दूसरे शब्दों में, सांसद हम मतदाताओं को गिन सकता है पर एक सांसद हमें सुन नहीं सकता |
लेकिन एक कंप्यूटर भेजे गए लाखों-करोड़ों एस.एम.एस, जिनमें प्रस्तावित भारतीय राजपत्र सूचना हैं, उन एस.एम.एस को स्कैन (पढ़) कर सांसद आदि जनसेवक को बता सकता है कि कितने मतदाता कानून-प्रक्रिया ड्राफ्ट-A की मांग कर रहे हैं और कितने मतदाता ड्राफ्ट-B की मांग कर रहे हैं | और कंप्यूटर जनता के लिए वोटर नंबर समर्थन की अधिक जानकारी भी सार्वजानिक दिखा सकता है ताकि कोई भी इस डाटा को जांच कर सके कि ये डाटा सही है कि नहीं |
तो, समाधान है कि अपने जनसेवक या अपने प्रिय नेता से मांग करें कि वे अपने वेबसाईट पर उस क्षेत्र के मतदाताओं के लिए इस प्रकार का पब्लिक एस.एम.एस. गिनती सर्वर बनाये |
दूसरे प्रचार-तरीके जैसे अनशन-धरना, नारेबाजी, ऑन-लाइन याचिका, पत्र और ई-मेल भेजना आदि अपर्याप्त हैं क्योंकि इन सब तरीकों से कोई 'नागरिक प्रमाणिक' प्रमाण पैदा नहीं होता, मतलब कोई भी नागरिक स्वयं संपर्क करके जांच सके, ऐसा प्रमाण नहीं मिल पाता कि कितने नागरिक किसी विषय के समर्थन या विरोध में हैं ।
नागरिक-प्रामाणिक नहीं होने से नागरिकों और अफसरों में इन प्रक्रियाओं की विश्वसनीयता नहीं होती | बिना किसी ऐसे सार्वजानिक प्रमाण के जो सभी जांच सकें, अफसर पर कोई दबाव नहीं आता और अफसर आवश्यक कार्य न करने के लिए कोई बहाना देकर आसानी से फिसल सकता है | केवल हमारे सासदों, विधायकों, आदि जनसेवकों के पास अधिकार है कि किसी को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बना सकते हैं या भारतीय राजपत्र में समाधान-ड्राफ्ट को राजपत्र में छपवा सकते हैं
यदि आप वास्तव में अपने प्रिय नेता या पार्टी का समर्थन करना चाहते हैं या कोई समाधान-ड्राफ्ट को लागू करवाना चाहते हैं, तो आपको अपने सांसद, विधायक आदि, जनसेवकों को जरुरी मेसेज-आदेश भी देने चाहिए (अपने प्रिय विरोध/समर्थन के तरीकों के साथ) कि आपके प्रिय नेता को देश का प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनाने के लिए तुरंत प्रस्ताव शुरू करवाएं संसद या विधानसभा में या आपके प्रिय पार्टी का बढ़ावा करें | और ये भी मांग करें कि जनसेवक अपने पब्लिक मोबाइल को अपने वेबसाइट के साथ जोड़े ताकि जनता द्वारा भेजे मेसेज अपने आप वेबसाइट पर प्रकाशित हों और सभी को दिखें |
और नागरिकों को भेजे गए मेसेज-आदेश का प्रमाण अधिक से अधिक जनता को फेसबुक वाल-नोट, ब्लॉग, पर्चे, गूगल डॉक, `ईमानदार सिस्टम-डेमो` साईट, बैठक आदि द्वारा देना चाहिए ताकि जनता को प्रमाण मिले और दूसरों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिले |
`जनसेवक को मेसेज-आदेश` भेजने के लिए और भेजे गए मेसेज-आदेश जनता को दिखाने के लिए, आपके समय के केवल 5-10 मिनट ही लगेंगे | एक लोकसभा चुनाव क्षेत्र में ऐसा यदि कुछ हजार लोग भी करते हैं और वर्तमान जनसेवक कोई जवाब नहीं देता, तो वर्तमान जनसेवक की प्रमाण सहित पोल खुल जायेगी और भावी जनसेवक को भी मजबूर होना पड़ेगा जनता की ये प्रामाणिक मांग को पूरा करने के लिए |
सांसदों / विधायकों के 80% मोबाइल नंबर लोकसभा / विधानसभा वेबसाइट या चुनाव आयोग की वेबसाईट पर उपलब्ध हैं |
यदि आपके सांसद का मोबाइल नंबर इस लिंक में नहीं दिया है, तो कृपया उसी पार्टी के नजदीकी दूसरे सांसद को एस.एम.एस भेजें
और विनती करें कि ये एस.एम.एस-आदेश आपके सांसद तक पहुंचा दे |
Sha1 फाइल हैश और ‘जनसेवक को कानून-ड्राफ्ट की लिंक और Sha1 फाइल हैश वाला एस.एम.एस./ट्विट्टर आदेश (निवेदन)’ अभियान तरीका के बारे में अधिक जानने के लिए कृपया ये लिंक देखें - tinyurl.com/FileHashCampaignH
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D. अपंजीकृत प्रयोगकर्ताओं के लिए -
कोई भी नागरिक, नागरिकों की राय के डाटा में से अपनी मर्जी का सैम्पल चुन सकता है, सम्बंधित राज्य की मुख्य चुनाव अधिकारी की वेबसाइट पर जा कर वोटर आई.डी. डाल कर मतदाता की उचित जानकारी प्राप्त कर सकता है और ये जांच कर सकता है कि उस व्यक्ति ने असल में वो राय दी थी के नहीं
तो इस डाटा का असली मूल्य इसमें है कि ये किसी भी नागरिक द्वारा जांचा जा सकता है कि ये सत्य है कि नहीं क्यूंकि इसमें जनता की राय को उनके वोटर आई.डी. के साथ जोड़ा गया है |
फिर भी, हमने अपंजीकृत लोगों के लिए पेज और लिंक बनाया है, अच्छा और प्रामाणिक राय लेना वाला सिस्टम कैसा होना चाहिए ये दर्शाने के लिए |
यदि आपके पास वोटर आई.डी. नहीं है और आप केवल इस साईट की कार्यप्रणाली देखना चाहते हैं, तो abc1234567 जैसे कोई दस से सोलह अंक का कोई भी जांच हेतु नंबर और 09693938833 को टैस्ट एक्टिवेशन-एस.एम.एस. भेज सकते हैं सही फोर्मैट में -
*आपका-वोटर-आई.डी.-नंबर*
उदहारण - *abc1234567*
फिर, अपना कोड-एस.एम.एस. भेजें उन विषयों के लिए जो यहाँ पंजीकृत किये गए हैं - mh.url/showissue.php
अपंजीकृत व्यक्ति कैसे साईट का प्रयोग कर सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी यहाँ दी गयी है - mh.url/unregister-sms-opinion.php
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अस्वीकरण (नोट) – ये साईट केवल प्रस्तावित एस.एम.एस. सहित पारदर्शी शिकायत-प्रस्ताव प्रणाली (=टी.सी.पी.=ट्रांसपेरंट कम्प्लेंट प्रोसीजर) की मांग को बढ़ावा करने के लिए है ; लिंक - चैप्टर 1, www.prajaadhinbharat.wordpress.com) | एस.एम.एस.-अभियान तरीके द्वारा परिणाम मिलेंगे या नहीं, ये कई तत्वों पर निर्भर करेगा |
जो व्यक्ति सांसद आदि जनसेवक के हेतु कोड-एस.एम.एस. साईट के पब्लिक नंबर को भेज रहे हैं, उनको अच्छी तरह पता है कि उनके नाम, वोटर आई.डी., उनके राज्य, जिले और विधानसभा क्षेत्र के साथ, उनका एस.एम.एस. इस साईट पर दिखाया जायेगा |
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